जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण की अनोखी मिसाल।

न्यूजलाइन नेटवर्क – चितरंगी संवाददाता – आदर्श तिवारी
चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत सिंगरौली जिले के ग्राम धूनी में महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए बोरी बंधन के माध्यम से श्रमदान किया। इस प्रयास का उद्देश्य वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहित करना और नदी-नालों के किनारों पर मिट्टी के कटाव को रोकना रहा।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने बोरी बंधन कार्य में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे गांव के अन्य नागरिक भी प्रेरित हुए। महिलाओं की इस सक्रिय भागीदारी से यह संदेश गया कि सामुदायिक सहयोग से जल संरक्षण जैसे कार्यों को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जा सकता है। इसके साथ ही महिलाओं ने पूरे गांव में एक जनजागरूकता रैली भी निकाली, जिसमें “जल है तो कल है”, “पानी बचाओ, जीवन बचाओ” जैसे नारे लगाए गए। रैली का शुभारंभ ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सदस्य और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को जल स्रोतों के संरक्षण, वर्षा जल के संचयन और जल संवर्धन के महत्व के प्रति जागरूक करना था। ग्राम धूनी की यह पहल न केवल पर्यावरणीय चेतना को बढ़ावा देती है, बल्कि यह अन्य ग्रामों के लिए एक प्रेरणादायक और अनुकरणीय उदाहरण के रूप में भी उभर रही है।