
न्यूजलाइन नेटवर्क – चितरंगी संवाददाता – आदर्श तिवारी
चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली, हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व संगीत दिवस (21 जून) पर मोरवा क्षेत्र में संगीत प्रेमियों का उत्साह देखने लायक रहा। जहां एक ओर छात्र-छात्राएं अपनी नियमित पढ़ाई के साथ-साथ संगीत में रुचि दिखा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर युवा वर्ग विभिन्न वाद्य यंत्रों पर रियाज करते नजर आया। क्षेत्र के कई स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं तबला, हारमोनियम, बांसुरी, गिटार, माउथ ऑर्गन जैसे यंत्रों को सीखने के लिए पार्ट टाइम म्यूजिक क्लासेस में हिस्सा ले रहे हैं। संगीत प्रेमियों ने इस अवसर पर अपने-अपने पसंदीदा वाद्य यंत्रों के साथ रियाज़ किया और सुरों की साधना में डूबे नजर आए।
संगीत विशेषज्ञ भीखारी दास ने बताया कि “संगीत केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि यह मन की एकाग्रता, आवाज की मधुरता, मानसिक स्वास्थ्य और समाज में मान-सम्मान बढ़ाने का भी जरिया है।” उन्होंने यह भी कहा कि आजकल संगीत में डिग्री प्राप्त करने वाले युवाओं को शिक्षा विभाग में शिक्षक के रूप में नियुक्ति भी मिल रही है, जिससे इस क्षेत्र में करियर की संभावनाएं भी बढ़ी हैं।
मोरवा क्षेत्र से तबला में अंकित प्रजापति, प्रशुत्र गुप्ता, आस्था तिवारी, और हारमोनियम में दिपतांशु विश्वास, जूही विश्वास, रूबी तिवारी, हार्दिक और आदित्य कुमार निष्ठा से संगीत का अभ्यास करते नजर आए।
इस अवसर पर आयोजित स्थानीय कार्यक्रमों में कुछ कलाकारों ने मंच पर अपनी प्रस्तुति देकर माहौल को संगीतमय बना दिया। युवाओं में बढ़ती संगीत के प्रति यह लगन आने वाले समय में मोरवा को भी सांस्कृतिक पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध हो सकती है।