राजस्व कार्यां की माह अक्टूबर-2023 की समीक्षा बैठक

रिपोर्ट- डा.बीरेन्द्र सरोज, आजमगढ :

जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कल देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व कार्यां की माह अक्टूबर-2023 की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मुख्य देय एवं विधिक देयकों के वसूली की समीक्षा करते हुए कहा कि पिछले माह की तुलना में जिन तहसीलों में वसूली कम हुई है, उस पर विशेष ध्यान देकर राजस्व वसूली की प्रगति बढ़ाना सुनिश्चित करें। विद्युत देय, बैंक देय, स्टाम्प देय, मोटर देय की समीक्षा करते हुए उन्होने निर्देश दिया कि निर्धारित लक्ष्य के अनुसार वसूली सुनिश्चित करें। उन्होने विद्युत देय की वसूली के सम्बन्ध में समस्त एसडीएम को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों के एक्सीयन एवं जेई से बात कर जो बकायेदार हैं, उनको राजस्व जमा करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होने कहा कि बड़े बकायेदारों को नोटिस जारी करते हुए कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि जहां पर एक से ज्यादा नायब तहसीलदार हैं, उसके अनुसार कार्य क्षेत्र बांटकर राजस्व की वसूली एवं अन्य कार्य कराये जाए तथा समय-समय पर शासन एवं जनपद स्तर से जो निर्देश प्राप्त होते हैं, उसके अनुसार कार्य करें। उन्होने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि बिजली आदि की अधिकतम डिमाण्ड बनायें। उन्होने समस्त एसडीएम को निर्देश दिया कि एक लिमिट से ऊपर की जितनी आरसी हैं, उनमें क्या कार्यवाही होती है, उसका नियमित अनुश्रवण करें। उन्होने कहा कि आरसी का रख-रखाव आनलाइन हो रहा है, उसके अनुसार मैनेज कर सकते है।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने कृषि आवंटन, आवास स्थल आवंटन एवं मत्स्य पालन आवंटन की भी समीक्षा की। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर पट्टा आवंटन के स्थिति की सूचना निर्धारित समय से अपलोड करायें। उन्होने कहा कि पट्टा वितरण हेतु एक तिथि निर्धारित कर नियमानुसार पट्टे का आवंटन कराना सुनिश्चित करें। इसमें मिशन शक्ति अभियान के दृष्टिगत महिलाओं को प्राथमिकता दें। स्वामित्व योजना की समीक्षा करते हुए उन्होने निर्देश दिया कि अवशेष घरौनी के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करते हुए संबंधित ग्रामों में घरौनी का आवंटन सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि अमृत सरोवर बनने के दौरान मत्स्य पालन हेतु किसी का भी पट्टा न किया जाय तथा अमृत सरोवर का काम किसी भी दशा नही रूकना चाहिए। उन्होने कहा कि 01 एकड़ से ऊपर के जितने भी तालाब हैं, उसे अमृत सरोवर के रूप में विकसित करें तथा जिस सरोवर पर अतिक्रमण है, उसे तत्काल हटवायें। उन्होने समस्त एसडीएम को निर्देश दिया कि खण्ड विकास अधिकारियों के साथ बैठक कर अमृत सरोवर में जो समस्याएं हैं, उसका निस्तारण करायें। उन्होने कहा कि चारागाहों की जमीनों की सम्बन्ध में सूचना लेखपालों से प्राप्त करें तथा लेखपालों के मोबाइल नम्बर को सार्वजनिक करें। उन्होने कहा कि भूमाफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कब्जे हटवाकर एक सप्ताह के अन्दर आनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि अवैध भट्ठे को बन्द कराते हुए आरसी जारी करें तथा भट्ठों का निरीक्षण करें। उन्होने कहा कि तहसीलवार बकाये की सूची उपलब्ध करायें तथा अवैध भट्ठे किसी भी हालत में नही चलने चाहिए। मा0 उच्च न्यायालय में लम्बित वादों की समीक्षा करते हुए उन्होने कहा कि जिस तहसील में किसी भी मामले में कोर्ट ने यदि कोई आदेश दिया है तो उसे तत्काल सम्बन्धित अपर जिलाधिकारी के माध्यम से कार्यवाही कराकर आगे की कार्यवाही की जाय। लम्बित पेंशन प्रकरण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि रिटायर के दिन तक सभी कार्यवाहियां पूर्ण करते हुए संबंधित कर्मचारी के सभी देयकों का भुगतान शत प्रतिशत कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने विभागीय कार्यवाही की समीक्षा करते हुए कहा कि यदि कोई कर्मचारी किसी दोष में पकड़ा जाता है तो सही प्रकार से कार्यवाही/जांच कराते हुए संबंधित कर्मचारी को आरोप पत्र दें, आरोप पत्र देने के बाद दोबार आरोप पत्र दें, उसके बाद भी यदि जवाब नही प्राप्त होता है तो जो भी आरोप उस कर्मचारी पर है, उसमें उसे दोषी पाकर कार्यवाही की जाय। उन्होने कहा कि किसी भी मामले को पेंडिंग में रखें।
पराली प्रबन्धन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि फ्रन्ट लाइन वर्कर लेखपाल, सचिव, थाना प्रभारी आदि यदि कहीं पराली जलाई जाती है तो ये लोग उत्तरदायी होंगे। उन्होने कहा कि जिन ग्रामों में विगत वर्षां में घटना हुई है, वहां पर इसी समय जाकर संबंधित एसडीएम चौपाल…

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