ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। सोमवार को नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की निगाही परियोजना के सभागार में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), सिंगरौली की द्वितीय अर्धवार्षिक बैठक संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता एनसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक/अध्यक्ष, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) सिंगरौली बी. साईराम ने की। बैठक में निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार एवं कार्यकारी निदेशक, एनटीपीसी विंध्याचल, विंध्यनगर ई. सत्य फणी कुमार बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।नराकास की द्वितीय अर्धवार्षिक बैठक के दौरान महाप्रबंधक (राजभाषा) एनसीएल/सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), सिंगरौली, विक्टर कुजूर, एनसीएल की विभिन्न परियोजनाओं के महाप्रबंधकगण, प्रभारी (पावरग्रिड), के.औ.सु.बल., विध्यनगर, एसबीआई, वैढ़न, पोस्ट ऑफिस, यूनियन बैंक, रलवा, बीईएमएल, बीएसएनएल एवं अन्य सरकारी संस्थानों के राजभाषा अधिकारी/ प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस दौरान सीएमडी, एनसीएल बी. साईराम ने अपने सम्बोधन में उपस्थित सभी को कार्यालयीन कार्यों में हिंदी मे कार्य करने की प्रवृत्ति विकसित करने पर बल देते हुए हिन्दी में कार्य करने के लिए आह्वान किया। साथ ही उन्होनें कार्यालयीन कार्यों में राजभाषा के प्रयोग से संबन्धित विभिन्न मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा भी की। बैठक के दौरान महाप्रबन्धक (राजभाषा) एनसीएल विक्टर कुजूर ने विगत वर्ष राजभाषा के क्रियान्वयन हेतु किए गए कार्यों एवं वर्तमान में चल रहे कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की। नराकास की अर्धवार्षिक बैठक में उपस्थित विभिन्न सरकारी संस्थानों के राजभाषा अधिकारी/ प्रतिनिधियों ने राजभाषा के उपयोग को बढ़ाने के लिए अलग अलग सुझाव दिये।गौरतलब है कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा गठित सिंगरौली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) में सिंगरौली जिले में स्थित एनसीएल, एनटीपीसी, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, बीईएमएल, एसबीआई, पोस्ट ऑफिस, सीआईएसएफ, बीएसएनएल तथा इंश्योरेंस कंपनियों सहित केंद्र सरकार के 20 से अधिक कार्यालय शामिल हैं।