बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के विद्यालयों का नियमित रूप से सुचारू संचालन कराने तथा सरकार केेे मानदंड के अनुरूप योजनाओं का जवाबदेही से गुणवतापूर्ण एवं ससमय क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु जिला पदाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की गयी तथा आवश्यक निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने विद्यालयों में आधारभूत संरचना के निर्माण कार्य की नियमित निगरानी, निरीक्षण एवं समीक्षा कर प्रगति लाने तथा कार्य की गुणवता बहाल रखने का सख्त निर्देश दिया। इस क्रम में जिलाधिकारी ने विद्यालयों की पुरानी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने तथा प्रगति की सतत् माॅनिटरिंग कर कार्य जल्द पूरा कराने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं निदेशक, डी.आर.डी.ए. को दिया। साथ ही विद्यालयों में बालिका शौचालय, बालक शौचालय, बोरिंग लगाने, विद्युतीकरण, पंखा लगाने, बेंच-डेस्क आदि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने निदेशक, डी.आर.डी.ए. को कार्य की नियमित समीक्षा कर प्रगति लाने तथा पूर्ण कराने एवं 15 दिनों के बाद पुनः समीक्षा बैठक आयोजित कराने को कहा।
जिलाधिकारी ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता लाने, जबावदेही सुनिश्चित करने तथा कार्य की गुणवता कायम रखने हेतु जिला स्तर पर 16 टीम का गठन कर सभी प्रखण्ड अन्तर्गत विद्यालयों की जांच कराने का निर्देश दिया, जिसमें प्रत्येक टीम में प्रखण्डों के वरीय पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी तथा एक सहायक अभियंता शामिल रहेंगे। इस टीम के द्वारा विद्यालयों में आधारभूत संरचना के तहत किए गए कार्यों तथा उसकी गुणवता की जांच की जाएगी। टीम द्वारा समर्पित प्रतिवेदन के आधार पर जिलाधिकारी द्वारा नियमानुसार विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने विद्यालयों में योजनाओं के क्रियान्वयन के कार्य में पारदर्शिता लाने तथा सार्वजनिक करने हेतु उस विद्यालय में शिलापट्ट/सूचनापट्ट लगाने को कहा, जिसपर योजना का नाम, लागत राशि, कार्य प्रारंभ की तिथि, कार्य समाप्ति की तिथि अंकित करने का निर्देश दिया।
गर्मी के मौसम को देखते हुए जिलाधिकारी ने विद्यालयों में बच्चों के लिए पेयजल की व्यवस्था करने को कहा। इसके लिए न केवल पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने वल्कि पानी की गुणवता की जांच हेतु पी.एच.ई.डी. को पानी का सैम्पल उपलब्ध कराने को कहा ताकि बच्चों को नियमित रूप से शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो। साथ ही उन्होंने विद्यालय परिसर तथा शौचालयों की नियमित साफ-सफाई कराने पर बल दिया।
जिलाधिकारी ने प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी को सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता से समन्वय स्थापित कर विद्यालय के निर्माण कार्य में प्रगति लाने तथा वरीय पदाधिकारी को वस्तुस्थिति से अवगत कराने को कहा। उन्होंने विद्यालय का अभिलेख संधारित करने, विभागीय निदेश के आलोक में विद्यालय में अंकेक्षण कराने को कहा।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी विद्यालयों का निरीक्षण कर बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने तथा गुणवतापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया। मार्च से मई तक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने न्यूनतम उपस्थिति सुनिश्चित करने वाले प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी से कारण पृच्छा करने का निर्देश दिया। इस क्रम में जिलाधिकारी ने वर्ग कक्ष में आवश्यक उपस्कर (बेंच-डेस्क), टूटे हुए उपस्कर की मरम्मती, प्रयोगशाला, पुस्तकालय की उपलब्धता, विद्यालय की चहारदीवारी, खेल मैदान, बिजली कनेक्शन, बल्व, पंखा, विद्यालय परिसर की स्वच्छता एवं सौंदर्यीकरण, बच्चों की उपस्थिति आदि की भी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि विद्यालयों में बच्चों को पाठ्य पुस्तक अपै्रल माह तक पूर्ण रूप से वितरित कर दिया गया है।
मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा करते हुए जिलधिकारी ने कहा कि एक भी विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद न हो तथा भोजन में गुणवता कायम रहे, रसोईघर की साफ-सफाई रखने तथा शुक्रवार को अंडा/मौसमी फल बच्चों को देने का सख्त निर्देश दिया। बैठक में डी.पी.ओ. मध्याह्न भोजन द्वारा अवगत कराया गया कि सभी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन चालू है।
गरीब एवं वंचित वर्ग के बच्चों हेतु संचालित कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालयों में शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन करने तथा विद्यालय का गुणवतापूर्ण संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक में निदेशक, डी.आर.डी.ए. श्री संजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री अजय कुमार सिंह, डी.पी.ओ. लेखा एवं योजना श्री मनोज कुमार, डी.पी.ओ. मध्याह्न भोजन श्री इन्द्र कुमार कर्ण सहित सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, सभी बी.पी.एम., सभी बी.आर.पी. तथा सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारीगण मौजूद थें।
रिपोर्ट: बिहार संवाददाता