
वित्त मंत्री का मिडिल क्लास के लिए सबसे बड़ा ऐलान, Income Tax को लेकर किया यह बदलाव
वित्त मंत्री ने 2024 के बजट में मिडिल क्लास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें प्रमुख रूप से आयकर व्यवस्था में बदलाव शामिल हैं। यह बदलाव मिडिल क्लास परिवारों को राहत देने के उद्देश्य से किए गए हैं। आइए, इन महत्वपूर्ण घोषणाओं पर विस्तार से नजर डालते हैं:
1. आयकर स्लैब में कटौती:
नई आयकर स्लैब संरचना:
- 0-3 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं।
- 3-7 लाख रुपये पर 5% कर।
- 7-10 लाख रुपये पर 10% कर।
- 10-12 लाख रुपये पर 15% कर।
- 12-15 लाख रुपये पर 20% कर।
- 15 लाख रुपये से ऊपर पर 30% कर।
पिछले स्लैब के मुकाबले राहत: यह नई संरचना मिडिल क्लास के लिए कर बोझ को कम करने में मदद करेगी, जिससे उनके खर्चों में राहत मिलेगी।
2. कर छूट की सीमा बढ़ाना:
20% आयकर छूट: अब 7 लाख रुपये तक की आय पर 20% कर छूट दी जाएगी, जिससे मिडिल क्लास परिवारों के हाथ में अधिक नकद राशि रहेगी।
3. कर्ज ब्याज और घर खरीद पर छूट:
- होम लोन ब्याज में छूट: होम लोन पर ब्याज में कटौती की सीमा को बढ़ाया गया है, जिससे घर खरीदने पर ब्याज बोझ कम होगा।
- हाउसिंग रेंट अलाउंस (HRA): HRA की सीमा को बढ़ाकर अधिक मिडिल क्लास परिवारों को इस योजना का लाभ देने का प्रावधान किया गया है।
4. नई करवृद्धि योजनाएं:
- स्वास्थ्य बीमा पर छूट: स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर 25% तक की अतिरिक्त छूट दी गई है।
- शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए टैक्स छूट: बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर किए गए खर्चों पर भी विशेष टैक्स छूट दी जाएगी।
5. डिजिटल भुगतान प्रोत्साहन:
डिजिटल लेनदेन पर रियायत: डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए कैशबैक और छूट की नई योजनाएं शुरू की जाएंगी।
6. विकलांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट:
- विकलांग व्यक्तियों के लिए कर छूट: विकलांग व्यक्तियों के लिए विशेष कर छूट और सहूलियतें दी जाएंगी।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए अतिरिक्त छूट: वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेंशन आय पर विशेष छूट और आयकर में राहत की घोषणा की गई है।
वित्त मंत्री का संदेश
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि इन बदलावों का उद्देश्य मिडिल क्लास परिवारों के वित्तीय बोझ को कम करना और उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि ये कदम देश की विकास यात्रा को तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और मिडिल क्लास के सपनों को साकार करने में सहायक होंगे।
इस बजट में किए गए इन बदलावों से मिडिल क्लास के परिवारों को न केवल वित्तीय राहत मिलेगी, बल्कि उनके जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।