फिटनेस को लेकर लगातार चिंताओं के बावजूद, भारतीय स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने लॉज़ेन डायमंड लीग में अपने साहसी और उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया। नीरज ने इस सीजन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 89.49 मीटर का भाला फेंक कर प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया, जिससे उन्होंने एक बार फिर अपनी क्षमता और प्रतिबद्धता को साबित किया।
नीरज चोपड़ा, जो 26 साल के हैं, शुरुआत में ही कुछ चुनौतियों का सामना कर रहे थे। प्रतियोगिता के पहले तीन राउंड में उनकी स्थिति चौथे स्थान पर थी, और उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार करने की जरूरत थी। चौथे राउंड की शुरुआत में भी नीरज चौथे स्थान पर ही थे।
पांचवें प्रयास में, उन्होंने 85.58 मीटर का थ्रो फेंका, जो कि प्रतियोगिता में उन्हें एक बेहतर स्थान दिलाने के लिए काफी था। हालांकि, नीरज जानते थे कि उन्हें शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए और भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। उनके पास केवल एक आखिरी प्रयास बचा था, और यह उनकी एकमात्र उम्मीद थी कि वह अपने प्रदर्शन को और सुधार सकें।
अपने छठे और अंतिम प्रयास में, नीरज ने अपनी पूरी ताकत और कौशल का प्रदर्शन किया। उन्होंने भाला फेंका और 89.49 मीटर की दूरी हासिल की, जो उनके लिए इस सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। यह थ्रो न केवल प्रतियोगिता में दूसरा स्थान दिलाने में कामयाब रहा, बल्कि पेरिस ओलंपिक में उनके 89.45 मीटर के थ्रो से भी थोड़ा बेहतर था।
हालांकि, नीरज का यह शानदार प्रयास भी प्रतियोगिता जीतने के लिए पर्याप्त नहीं था। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स, जो दो बार के विश्व चैंपियन और पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता हैं, ने दूसरे राउंड में ही 90.61 मीटर का एक विशाल थ्रो फेंककर सभी को चौंका दिया। यह थ्रो अंततः उन्हें प्रतियोगिता में पहला स्थान दिलाने में सफल रहा।
जर्मनी के जूलियन वेबर ने भी इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन किया और 87.08 मीटर का थ्रो फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया।
इस प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन यह दर्शाता है कि भले ही वे फिटनेस से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हों, लेकिन उनकी मानसिक दृढ़ता और प्रदर्शन में निरंतरता उन्हें दुनिया के शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ियों में शामिल रखती है। उनका यह प्रदर्शन आने वाले अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए भी उम्मीदें बढ़ाता है।