भेड़िये के हमले से युवक हुआ जख्मी क्षेत्र में फैली दहशत
बन विभाग हुआ अलर्ट गस्त और जांच के लिए 7 सदस्यीय टीम बनाई गई।
स्टेट हेड मनोज कुमार शर्मा
उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में भेड़िये की एंट्री हो गई। आदमखोर भेड़िये के डर से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। बताया जा रहा है।कई लोग भेड़िये के शिकार हो चुके हैं। जिले के एक गांव में आदमखोर भेड़िये के देखे जाने की खबर है। गांव के एक युवक पर रात के समय भेड़िये ने बकरियों के बाड़े में हमला कर दिया हमले में युवक घायल हो गया।हमले में युवक के कपड़े फट गए और छाती पेट पर भेड़िये के पंजों के निशान बन गए। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी भेड़िये को गांव में देखा गया था। इस घटना के बाद गांव में डर का माहौल है। पुलिस ने गांव जाकर मामले की जांच की है।
प्रांशु के शोर मचाने पर भेड़िया भाग गया। लेकिन उसके कपड़े फट गए और शरीर पर नाखूनों के निशान बन गए। उसकी चीख सुनकर उसकी मां और गांव वाले मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी मिली। इसके बाद पूरे गांव में भेड़िये को लेकर दहशत फैल गई।
यह घटना दन्नाहार थाना क्षेत्र के छोटा जरामई गांव की है। बीते शनिवार रात को 23 वर्षीय प्रांशु कुमार अपने घर के चबूतरे पर सो रहा था। रात 12 से 1 बजे के बीच उसने बकरियों के बाड़े से कुछ हलचल सुनी। जब वह बाड़े के पास गया तो भेड़िये ने उस पर हमला कर दिया।
प्रयांशु के शोर मचाने पर भेड़िया भाग गया। लेकिन उसके कपड़े फट गए और शरीर पर नाखूनों के निशान बन गए। उसकी चीख सुनकर उसकी मां और गांव वाले मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी मिली। इसके बाद पूरे गांव में भेड़िये को लेकर दहशत फैल गई।
ग्रामीणों ने पुलिस और वन विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द भेड़िये की जांच की जाए। ताकि कोई और इसका शिकार न बने। डीएफओ (वन विभाग अधिकारी) संजय कुमार ने कहा कि मैनपुरी में आमतौर पर भेड़िये नहीं पाए जाते। लेकिन अगर कोई भटक कर आ गया है तो उसकी जांच की जाएगी। संजय कुमार ने बताया विभाग की टीम को मौके पर भेजा जाएगा। ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि परेशान होने की आवश्यकता नहीं है विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है।
डीएफओ संजय कुमार ने बताया
मैनपुरी के गांव जरामई में भेड़िये द्वारा हमले की घटना के बाद वन विभाग अलर्ट हो गया है। 7 सदस्यों की टीम बनाकर जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। टीम क्षेत्र में आसपास गश्त करेगी और भेड़िये की मौजूदगी के संबंध में लोगों से पूछताछ करेगी। वहीं स्थानीय पुलिस भी वन विभाग की टीम का सहयोग करेगी।