प्राकृतिक आपदा की मार से पीड़ित हैं, किसान।
राजकुमार गुप्ता ब्यूरो चीफ मथुरा
छाता,पिछले दिनों मथुरा जिले में अत्यधिक हुई बारिश के कारण किसानों की सभी तरह की फसलें जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है, पानी के कारण किसान की सभी तरह की फसलें बर्बाद हो गई हैं।
बारिश के सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है ,मथुरा जिले का छाता विधानसभा क्षेत्र जहां सबसे अधिक नुकसान फसलों को हुआ है।
छाता विधान क्षेत्र में किसानों की फसलों में हुए भारी नुकसान को देखते हुए सरकार से उचित भरपाई एवं मुआवजा दिलाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता उमेश पंडित द्वारा आज छाता में एक होटल पर प्रेस वार्ता आयोजित की गई। वहीं प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता उमेश पंडित ने कहा कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता में सबसे पहले काम किसानों को हुए भारी नुकसान को लेकर करना चाहिए, अगर हमारी सरकार होती तो किसानों को उचित राहत जल्द से जल्द प्रदान की जाती।
उन्होंने कहा कि आज बड़ा दुर्भाग्य का दिन है, किसान के सामने उद्योगपतियों को सरकार कर्ज देकर खुला घूमने देती है। किसान पर जो छोटा-मोटा कर्ज बैंकों का होता है, यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार उनको पकड़वा कर हवालात में बंद कर देती है। उनकी भैंस और ट्रैक्टर तक खोल लाती है, अब अत्याचार बहुत बढ़ गया है ,निश्चित तौर पर सरकार भी बदलेगी।
इस क्षेत्र में किसान का सबसे बड़ा आय स्रोत खेती ही है।
मानसून के आने से पूर्व सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की जाती है, आज के दौर में मुआवजे के बहुत लंबी प्रक्रिया सरकार ने बना रखी है, अब किसान दर दर भटकेंगे, यहां कागज लगाओ वहां लगाओ पटवारी परेशान करेंगे। यहां के स्थानीय कैबिनेट मंत्री भी अपने स्तर से किसान को हुए नुकसान का मुआवजा दिलाने के लिए लगे हुए हैं ,लेकिन इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को टाइट कर व्यवस्था में लाने की जरूरत है। जिससे किसानों को हुए नुकसान के मुआवजा की घोषणा जल्द हो सके। फसल के हिसाब से किसान की भरपाई की जाए ,जिससे किसान मरने और आत्महत्या करने पर मजबूर ना हो।