इजरायल का बेरूत पर बड़ा हमला: हिज़बुल्लाह के टॉप कमांडर की मौत से मचा तहलका, जानिए क्या है अंदर की कहानी!

लेबनान में हाल ही में हुई घटनाओं ने इजरायल और हिज़बुल्लाह के बीच गंभीर तनाव पैदा कर दिया है, जिसकी परिणति बड़े पैमाने पर सैन्य टकराव में हुई। इस सप्ताह, हजारों पेजर और रेडियो सेट में हुए रहस्यमय विस्फोटों के बाद स्थिति और बिगड़ गई। इन घटनाओं के बाद शुक्रवार को इजरायल ने बेरूत पर एक प्रमुख हवाई हमला किया, जिसमें हिज़बुल्लाह की सैन्य शाखा के प्रमुख, इब्राहीम अकील की मौत हो गई।

इब्राहीम अकील: हिज़बुल्लाह का शक्तिशाली नेता

इब्राहीम अकील हिज़बुल्लाह के सबसे खतरनाक और प्रभावशाली नेताओं में से एक था। वह हिज़बुल्लाह की विशेष “रादवान फोर्स” का प्रमुख था, जो संगठन की सबसे इलीट यूनिट मानी जाती है। अमेरिका ने अकील पर 70 लाख डॉलर का इनाम घोषित कर रखा था। अकील 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर हुए बम विस्फोट के लिए वांछित था, जिसमें कई अमेरिकी मारे गए थे। इसके अलावा, अमेरिकी और जर्मन नागरिकों को बंधक बनाने की घटनाओं में भी उसकी संलिप्तता थी।

इजरायल के बेरूत पर हवाई हमले

इजरायल की सेना ने शुक्रवार को बेरूत के उपनगरीय क्षेत्र दाहिये में हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर जोरदार हवाई हमला किया। इस हमले में दो इमारतें पूरी तरह से तबाह हो गईं। हमले में आठ लोगों की मौत हो गई और 59 लोग घायल हो गए। इजरायली सेना के मुताबिक, इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य हिज़बुल्लाह के रॉकेट लांचर और शस्त्रागार को नष्ट करना था। हमले के दौरान लगभग 100 रॉकेट लांचर नष्ट कर दिए गए, जिनका उपयोग हिज़बुल्लाह इजरायल पर हमले के लिए कर रहा था।

हिज़बुल्लाह का जवाबी हमला: 140 रॉकेट और 120 मिसाइलें दागी गईं

इजरायली हमलों के जवाब में, हिज़बुल्लाह ने भी अपने जवाबी हमलों को तेज कर दिया। हिज़बुल्लाह ने लेबनान की सीमा से लगे इजरायल के उत्तरी हिस्सों और गोलन पहाड़ियों पर 140 रॉकेट और 120 मिसाइलें दागीं। हालांकि, इजरायली रक्षा प्रणाली ने अधिकतर रॉकेट और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, और कई मिसाइलें खाली क्षेत्रों में गिरीं, जिससे बड़े पैमाने पर जनहानि से बचा जा सका।

नागरिकों के लिए चेतावनी

इजरायल ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने और भूमिगत शरणस्थलों के करीब रहने की सलाह दी है। इजरायली सेना ने नागरिकों को यह भी निर्देश दिया है कि हवाई हमले के सायरन बजने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाएं, ताकि संभावित नुकसान से बचा जा सके।

पेजर और रेडियो सेट विस्फोट: एक गहरा षड्यंत्र

मंगलवार और बुधवार को लेबनान में हजारों पेजर और रेडियो सेट में हुए रहस्यमय विस्फोटों ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ कि इन उपकरणों में पहले से ही उच्च क्षमता वाले विस्फोटक पदार्थ (PETN) लगाए गए थे। यह स्पष्ट है कि इस घटना के पीछे एक सुनियोजित साजिश है, लेकिन इसके पीछे कौन है, इसका पता अभी तक नहीं चल सका है। इस मामले में जांच अभी जारी है, और लेबनानी अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: तनाव बढ़ने की चिंता

इजरायल के रक्षा मंत्री योएव गैलेंट ने स्पष्ट किया है कि हिज़बुल्लाह के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी। अमेरिका ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए हिज़बुल्लाह से अपने हमले बंद करने की अपील की है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अगर हिज़बुल्लाह अपने हमले रोकता है, तो वह इजरायल से भी लेबनान पर हमले बंद करने के लिए कहेगा।

हालांकि, ब्रिटेन ने दोनों पक्षों से तत्काल संघर्षविराम की अपील की है और कहा है कि यह संघर्ष पूरे क्षेत्र में अशांति फैला सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने भी बढ़ते तनाव पर चिंता जताते हुए तुरंत लड़ाई बंद करने का आह्वान किया है।

गाजा पट्टी में संघर्ष और फलस्तीनी हताहत

लेबनान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच गाजा पट्टी में भी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को इजरायली सेना के हमलों में गाजा के विभिन्न इलाकों में 15 फलस्तीनियों की मौत हो गई। इसके अलावा, वेस्ट बैंक के कबातिया शहर में इजरायली सुरक्षा बलों के हमले में छह फलस्तीनी मारे गए। इस तरह शुक्रवार को कुल 21 फलस्तीनियों की जान चली गई।

लेबनान और इजरायल के बीच का यह टकराव धीरे-धीरे एक बड़े संघर्ष में बदलता जा रहा है। हिज़बुल्लाह और इजरायल के बीच की इस लड़ाई ने पूरे मध्य पूर्व में अस्थिरता का माहौल पैदा कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर संयुक्त राष्ट्र, ब्रिटेन और अमेरिका, इस टकराव को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रहे हैं। लेकिन दोनों पक्षों के आक्रामक रुख के कारण यह संघर्ष कब समाप्त होगा, इसका अनुमान लगाना मुश्किल है।

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