बिहार का डी.एन.ए इतना खराब नहीं है की किसी से डर जाएँ। मनीष कश्यप 09 महीने बाद जेल से रिहा।

09 महीने बाद यूट्यूबर मनीष कश्यप 23 दिसंबर शनिवार को लगभग 12:30 बजे बेउर जेल से बाहर निकले । जेल से बाहर निकलते ही उनके समर्थकों के हुजूम ने उन्हें फूल माला से लादकर ज़बरदस्त स्वागत किया । पटना हाई कोर्ट,पटना सिविल कोर्ट और बेतिया कोर्ट से सभी केस में मनीष कश्यप को बेल मिल गया है। फाइनली बेतिया कोर्ट का आदेश आने पर उन्हें जेल से छोड़ा गया । उनके रिहाई से परिजनों एवं समर्थकों में काफी उत्साह देखा गया । विदित हो की तमिलनाडु केस एवं कई आपराधिक मामलों में कानून के शिकंजे में बुरी तरह फँसे थे मनीष । मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में प्रवासी बिहारी मज़दूरों के साथ कथित मारपीट और हिंसा का फेक वीडियो बनाने और प्रसारित करने का आरोप है। बेतिया में रंगदारी माँगने और मारपीट के मामले भी उनपर दर्ज हैं । बेतिया के एक केस में उन्होंने कुर्की जब्ती के बाद सरेंडर किया । कई मामलों में ईडी ने उनके खिलाफ कार्रवाई भी की उन्हें तमिलनाडु पुलिस मदुरई ले गई। मदुरई जेल में उन्हें काफी समय बिताना पड़ा। उनपर रासुका कानून भी लगाया गया । बाद में पटना हाई कोर्ट के आदेश पर उन्हें बेउर जेल में रखा गया था । बाहर निकलते ही मनीष कश्यप ने सीधे बिहार सरकार पर निशाना साधा और कहा की मैं किसी से नहीं डरता । मैंने किसी का मर्डर नहीं किया है । उन्होंने मीडिया का भी धन्यवाद किया और कहा उन्होंने पहले मेरे बारे में गलत खबरें चलाई गई। जब बात में सच्चाई उजागर हुई तो सभी मीडिया के बंधुओं ने साथ दिया। मनीष कश्यप ने कहा की अब बिहार को बदलने के लिए काम करेंगे। बिहार के युवा इसे बदलकर रहेंगे । बिहार का डी.एन.ए इतना खराब नहीं है की किसी से डर जाएँ।

रिपोर्ट- मोनीश ज़ीशान

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