न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना न सिर्फ बिजली उत्पादन कर देश प्रगति का प्रतीक है। बल्कि यह अपने सामाजिक दायित्वों का भी निर्वाह अपने नैगम सामाजिक दायित्व कार्यक्रम के तहत पूरी ज़िम्मेदारी के साथ कर रहा है। एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा अपने सामाजिक नैगम दायित्व कार्यक्रमों के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण हेतु विशेष कार्यक्रम चलाये जा रहे है,जिसके द्वारा महिलाओं को सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनाने हेतु यथासंभव प्रयास किया जा रहा है एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में निम्न महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
बालिका सशक्तिकरण अभियान : सपनों को रोशन करने का मिशन:- बालिका सशक्तिकरण अभियान एनटीपीसी विंध्याचल सीएसआर की गतिविधियों के अंतर्गत एक प्रमुख कार्यक्रम है जिसमे हर वर्ष आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की सरकारी स्कूलों के कक्षा 06 में पढ़ने वाली लगभग 120 छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु चार साप्ताहिक निशुल्क आवसीय कार्यशाला का आयोजन प्रतिवर्ष गर्मियों की छुट्टी में किया जाता है। इस कार्यशाला में बालिकाओं को सशक्त बनाने हेतु उन्हे अंग्रेजी भाषा, कम्प्युटर, समाज विज्ञान, पर्यावरण, योग, नृत्य, आत्म रक्षा, शिल्प एवं कला, संचार और नैतिक कौशल विकास का प्रशिक्षण अनुभवी एजेंसी के प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा दिया जाता है। अभी तक एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा बालिका सशक्तिकरण अभियान के तहत 619 छात्राओं को प्रशिक्षित किया गया है तथा प्रशिक्षित 43 उत्कृष्ट छात्राओ को एनटीपीसी विंध्यानगर के इंग्लिश माध्यम स्कूलों में नि:शुल्क शिक्षा प्राप्त उपलब्ध कराई जा रही है। यह कार्यक्रम सिर्फ शिक्षा देने का प्रयास नहीं, बल्कि इन बच्चियों के मन में आत्मविश्वास और महत्वाकांक्षा जगाने का एक प्रयास है, जिससे वे हर बाधा को पार कर अपने भविष्य को संवार सकें।
आर्थिक आत्मनिर्भरता कीओर एक सशक्त पहल
:- महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, महिला सशक्तिकरण हेतु महत्वपूर्ण कदम है। इसी उद्देश्य से एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के सहयोग से मसाला उत्पादन यूनिट का संचालन महिला सहकारी समिति के माध्यम से कराया जा रहा है। जिसके द्वारा एनटीपीसी परियोजना के आस पास की लगभग 50 महिलाओं को समूह में जोड़ कर प्रशिक्षित किया गया है। वर्तमान में महिलाएं शुद्ध और उच्च गुणवत्ता वाले मसाले तैयार कर रही और उसका विक्रय कर लाभ कमा रही। इससे न केवल उनके परिवारों को आर्थिक मजबूती मिल रही है, बल्कि ग्राहकों को भी शुद्ध और पारंपरिक मसाले मिल रहे हैं। यह पहल समूह से जुड़ी महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार लाई है।
खेलों के माध्यम से सशक्तिकरण:-
आर्थिक पहल के साथ-साथ एनटीपीसी विंध्याचल खेलों के जरिए भी महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ा रहा है। महिला फुटबॉल टीम, जिसे एनटीपीसी विंध्याचल के मार्गदर्शन तथा आर्थिक सहयोग से प्रशिक्षित किया गया था, मध्य प्रदेश राज्य स्तर तक अपनी पहचान बना चुकी है। इस साथ ही जिला खेल पदाधिकारी के मार्गदर्शन में सिंगरौली जिले की राष्ट्रीय तीरंदाज़ सुश्री भव्या जायसवाल को तीरंदाज़ी का आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवा कर नई उड़ान हेतु तैयार करने का कार्य किया गया है। यह पहल यह दर्शाती है कि सही अवसर मिलने पर महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकती हैं, चाहे वह खेल हो, शिक्षा हो या व्यवसाय।
कौशल विकास: आत्मनिर्भरता की ओर कदम:- एनटीपीसी विंध्याचल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, सिंगरौली के माध्यम से सिलाई प्रशिक्षण कोर्स चलारहा है, जिससे वे अपने घर पर रहकर ही आमदनी कर सकें। इसके साथ ही ग्रामीण बालिकाओं के संचार कौशल विकास हेतु स्पोकन इंग्लिश कक्षाएं भी चलाई जा रही हैं, ताकि महिलाएं आत्मविश्वास के साथ मुख्यधारा के सेक्टरों में रोजगार पा सकें। इन प्रयासों से महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन रही हैं। बल्कि सामाजिक रूप से भी मजबूत हो रही हैं।
सुरक्षित वातावरण की गारंटी:-
सशक्तिकरण तभी सार्थक है, जब महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। इस सोच के साथ एनटीपीसी विंध्याचल ने जिला प्रशासन के सहयोग से महिला सुरक्षा मोबाइल वैन शुरू की है, जो सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने का काम कर रही है। यह पहल समाज को महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अधिक संवेदनशील बनाने में भी मदद कर रही है।
ऊर्जा से परे एक नई यात्रा:- एनटीपीसी विंध्याचल का योगदान सिर्फ बिजली उत्पादन तक हीं सीमित नहीं है, बल्किआस पास की महिलाओं के जीवन को भी रौशन कर रहा है। शिक्षा, खेल, कौशल विकास और सुरक्षा जैसी पहलों के माध्यम से एनटीपीसी अपने सामाजिक दायित्व को बखूबी निभा रहा है। यह केवल बुनियादी ढांचे का निर्माण नहीं कर रहा, बल्कि जिंदगियां संवार रहा है, सपनों को हकीकत में बदल रहा है और एक ऐसा भविष्य बना रहा है, जहां हर कोई अपनी पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ सके।
एनटीपीसी विंध्याचल की यह पहल सिर्फ सामाजिक दायित्व नहीं है, बल्कि एक मिशन है—एक समावेशी, आत्मनिर्भर और समतावादी समाज बनाने का। एनटीपीसी ना सिर्फ घरों को रौशन कर रहा है बल्कि दिलों, सपनों और भाग्य को भी रौशन कर रहा है एवं इस अन्तराष्ट्रिय महिला दिवस के विषय वस्तु “AccelerateAction” को चरितार्थ करने के लिए प्रतिबद्ध है।