दिया तले अंधेरा : केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू के गृह ग्राम में आधी रात से बिजली गुल

पेयजल के लिए ग्रामीणों को हो रही किल्लत,कई हैंडपंप बंद : नल जल योजना फेल

विभागीय अधिकारियों का कहना केंद्र का मंत्री हैं हमें क्या मतलब : विभागीय मंत्री के निर्देशों का भी अवमानना

न्यूज़लाइन नेटवर्क, मुंगेली ब्यूरो
मुंगेली :
केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू जी के गृह ग्राम डिंडोरी में पेयजल आपूर्ति और बिजली की समस्या पिछले कई महीनों से लगातार देखने मिल रही है।

बता दें कि इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए कलेक्टर, विभागीय मंत्री को कई आवेदन किए गए, कलेक्टर जनदर्शन में तो दर्जनों आवेदन दिए गए पर निराकरण तो दूर आवेदन का निराकरण पता करने पर पुरुष आवेदक के जगह महिला आवेदक की आवेदन का निराकरण बताया जाता है।

ग्राम डिंडोरी (चि.) केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू के गृह ग्राम होने के साथ ही उप मुख्यमंत्री अरुण साव जी के विधानसभा क्षेत्र लोरमी का भी हिस्सा है, और पीएचई विभाग के मंत्री भी हैं साव जी जिनके पास भी पेयजल आपूर्ति समस्या से निजात दिलाने आवेदन किया गया था जिसमें मंत्री जी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए थे पर विभागीय अधिकारियों के तो कान में जूं तक नहीं रेंग रहे, कहते हैं कि यह हमारा समस्या नहीं है पंचायत का नल है पंचायत की समस्या है।

वहीं पीएचई विभाग के अभियंता कुंदन राणा जी से जब आवेदक मिलने गया तो दो घंटे तक इंतजार के बाद भी नहीं मिला गया, इससे पुर्व में जब मुलाकात हुई तो अधिकारी ने कहा कि यह पेयजल की समस्या दूर करना हमारी जिम्मेदारी नहीं है,पंचायत की जिम्मेदारी है आप पंचायत में जाओ, मंत्री नहीं मुख्यमंत्री बोले तो भी हम समस्या दूर नहीं कर सकते हैं।

वहीं विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की बात करें तो गांव में लगभग 36 वर्ष पहले बिजली आई थी तब से लगे हुए विद्युत तारों से ही काम चल रहा है जो कि पूरी तरह से सड़ कर चूर हो गए हैं,आए दिन जगह-जगह तार टूटते रहते हैं, केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू के घर के ठीक सामने ही अक्सर तार टूटते रहते हैं और यह समस्या लगभग तीन साल से लगातार बनी हुई है हाल ही में कुछ महीनों से हर सप्ताह में दो तीन बार तार टूट जा रहे हैं, पिछले दिनों उचित मूल्य दुकान के पास जब राशन वितरण किया जा रहा था दो तार अचानक टूट गए जिससे दो तीन लोग झुलसते झुलसते बचे, यदि कुछ सेकेंड पहले या अधिक भीड़ रहते तार टूटते तो लोगों की जान जाने की संभावना थी।
तार टूटने के कारण कई लोगों के पलारी जलने, मवेशी की मौत होने की घटना भी घट चुकी है।फिर भी विद्युत विभाग के अधिकारी कुंभकर्ण के नींद सोए हुए हैं।

बता दें कि जब केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू जी गृह ग्राम में होते हैं तो प्रदेश भर से लोग व पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओं का मुलाकात के लिए तांता लगा रहता है, हजारों की संख्या में लोग रहते हैं, यदि ऐसे मौके पर तार टूटने की घटना होती है तो दर्जनों लोगों की जान जाने और सैकड़ों लोगों की चपेट में आने की संभावनाएं बनती है ऐसे भी यदि अधिकारियों की आंखें नहीं खुलती है तो भारत के नागरिकों के प्रति प्रशासनिक अनदेखी का अभूतपूर्व उदाहरण साबित होगा।

सरकार जिन नल जल योजना विस्तार पर काम कर रही है वह भी एक तरफ से सफल नजर नहीं आ रहा है गांव में इस योजना के तहत हर घर नल तो लगाया गया है पर जल पहुंचाने का काम नहीं हो रहा है, कई घरों में कनेक्शन तक नहीं पहुंच पाए हैं तो जहां पहुंच पाए हैं वहां पानी नहीं जा रहा है और यदि महीनों में एकाध बार चालू भी हो जाए सरकार की पोल खोलते सड़क पर पानी बहते नजर आते हैं।

सरकार व विभाग के द्वारा हाल ही में पेयजल आपूर्ति समस्या,वाटर लेवल समस्या के निपटारे के लिए प्रदेश भर में अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं कई जिलों में टोल-फ्री नम्बर जारी करते हुए क्षेत्रीय अधिकारियों का संपर्क दूरभाष नंबर भी सार्वजनिक किया गया है। पर विचारणीय स्थिति है कि लिखित आवेदन पर जब 15 दिनों में, महीनों में वर्षों में निराकरण नहीं तो क्या सिर्फ फोन करने बस से समस्या से छुटकारा मिल पाता होगा..??

बीते गुरुवार रात लगभग 11 बजे बिजली गुल होने के चलते समाचार लिखे जाने तक कई घरों में चुल्हा नहीं जलने की जानकारी सामने आ रही है और ऐसा ही रहा तो लोगों को पेयजल आपूर्ति की समस्या लगातार बनी रहेगी। वाटर लेवल डाउन होने के कारण आधा दर्जन हैंडपंप बंद पड़े हैं तो कुछ चल रहे हैं उनके पानी पीने योग्य नहीं है, बिजली होने से पावर पंप भी बंद रहती है ऐसे हालात में सिर्फ एक ही बात सही लगती है जो है एक कहावत “दिया तले अंधेरा”।

Leave a Reply

error: Content is protected !!