न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश। एफआरसीटी सर्वजन का सर्वजन के लिए सर्वजन के द्वारा बनाया गया टीम है जो सदस्यों के आर्थिक संकट पर नियमानुसार पारदर्शी तरीके से परस्पर सहकारिता से आर्थिक सहयोग करता है। एफआरसीटी प्रोफेशन या व्यवसाय की भावना से ऊपर उठकर कार्य करता है।एफआरसीटी में समस्त विभाग के सरकारी और संविदा कर्मचारी, संस्था कंपनी विद्यालय कॉलेज मदरसा हॉस्पिटल के प्राइवेट कर्मचारी, डॉक्टर, इंजीनियर, आशा, एएनएम, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, मीडियाकर्मी, अधिवक्ता, किसान, व्यवसाई, गृहिणी इत्यादि सभी सर्वजन वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सदस्य बन सकते हैं।अभी वर्तमान में दो योजनाएं लागू हैं। पहला योजना सदस्य के दुखद निधन होने पर टीम के समस्त सदस्य सीधे आश्रित के बैंक खाते में 50 रुपए का आर्थिक सहयोग भेजते हैं।
इस तरह 12 लाख रुपए से 50 लाख रुपए तक का आर्थिक मदद हो जाता है। टीम की दूसरी योजना बेटी विवाह शगुन योजना है।इस योजना के तहत माह मार्च में जिला महराजगंज निवासी सुरेश चन्द्र की बेटी की शादी में 1,03,459/ रूपए का आर्थिक सहयोग हुआ वो भी प्रति सदस्य मात्र 10 रुपए का आर्थिक सहयोग किए। इस माह जिला सोनभद्र निवासी संतोष कुमार को 53,300/ रूपए, बरेली निवासी मुवीन खान को 52,150/ रुपए, पीलीभीत निवासी तारावती को 51,600/ रुपए, गोरखपुर निवासी सतीश चंद को 52,700/ रुपए, महाराजगंज निवासी मनोज कुमार यादव को 53,557/ रुपए, गोरखपुर निवासी कौशल किशोर मिश्रा को 53,622/ रुपए, सहारनपुर निवासी राजकुमार को 54,950/रुपए, लखीमपुर निवासी मनोज कुमार को 53,074/ रुपए, सोनभद्र निवासी सुरेन्द्र कुमार 51,950/ रूपए, जौनपुर निवासी साधना यादव को 51,073/ रुपए, गोरखपुर निवासी धनेश यादव को 52,250/ रुपए का आर्थिक सहयोग कराया गया वो भी एक सदस्य एक बेटी के माता/पिता को सिर्फ 04 रुपए 54 पैसे का सहयोग किया। POOL सिस्टम से एक सदस्य अपने POOL के बेटी की माता/पिता के बैंक खाते में 50/ रुपए का आर्थिक मदद किया।
एफआरसीटी उत्तर प्रदेश की ऐसी पहली टीम है जो आपसी सहकारिता से सदस्य की बेटी की विवाह में आर्थिक सहयोग करा रहा है। एफआरसीटी टीम या टीम का कोई पदाधिकारी सदस्यों से किसी तरह का कोई धनराशि अपने पास या अपने बैंक खाते में नहीं लेता है। संबंधित जिला टीम द्वारा भौतिक सत्यापन के उपरांत संस्थापक के आह्वान पर समस्त एफआरसीटी के सदस्य सीधे दिवंगत सदस्य के आश्रित के बैंक खाते में या बेटी विवाह हेतु बेटी की माता/पिता के बैंक खाते में आर्थिक सहयोग भेजते हैं।