न्यूजलाइन नेटवर्क , डेस्क
ब्यूरो रिपोर्ट : आरक्षण के लिए डेरा डालने वाले जाट समुदाय के लोगों का कहना है कि 22 जनवरी तक हम गांधीवादी तरीके से आंदोलन करेंगे। इस दिन तक यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो रेलगाड़ी की पटरिया उखाड़ दी जाएगी। रेलवे ट्रैक और सड़क मार्ग को जाम कर दिया जाएगा। जिसकी समूची जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। राज्य के नए मुख्यमंत्री की परीक्षा लेने के लिए जाट समुदाय ने बड़ा आंदोलन खड़ा कर दिया है।
भरतपुर और धौलपुर के जाट समाज के लोगों ने आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर रेलवे स्टेशन के पास आंदोलन शुरू करते हुए बड़ा डेरा डाला हुआ है। जाट समुदाय की ओर से राजस्थान सरकार को 22 जनवरी तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा गया है कि यदि इस तारीख तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो रेलवे ट्रैक , पटरियों को उखाड़ दिए जाएंगे। रेल एवं सड़क मार्ग को पूरी तरह से जाम करते हुए अपनी मांगों के लिए आंदोलन को और अधिक विस्तार दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि जाट समुदाय के लोगों ने इससे पहले बड़ी रैली और हुंकार महासभा करके राजस्थान सरकार को मांगे पूरी करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था, लेकिन अवधि गुजर जाने के बाद भी जब सरकार ने कुछ नहीं किया तो जाट समुदाय के लोगों ने भरतपुर रेलवे स्टेशन के पास ही अब विशाल डेरा डाला है।
अब एक जानकारी यह भी सामने आ रही है कि महापड़ाव आंदोलन के तहत दो-तीन अन्य स्थानों पर भी इसी तरह का आंदोलन करने जाट समुदाय ने तैयारियां शुरू कर दी है,जल्द और स्थानों पर भी ऐसा आंदोलन देखने मिल सकता है।