कूड़ा-पराली जलाए जाने की घटनाएं किसी भी दशा में घटित न हों-अविनाश

न्यूजलाइन नेटवर्क, मैनपुरी :

जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने वायुमंडल में वायु प्रदूषण रोकने संबंधी बैठक में उप जिलाधिकारियों, जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में किसी भी दशा में पराली जलाने की घटना घटित न हो, विगत कुछ दिनों में जनपद में पराली जलने की घटनाएं प्रकाश में आई है, ऐसे कृषकों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही कर जुर्माना वसूला जाए, पराली जलाने में संलिप्त किसानों पर कार्यवाही के साथ क्षेत्रीय कर्मियों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाये, उन ग्रामों के ग्राम प्रधानों, अन्य जन-प्रतिनिधियों पर भी कार्यवाही हो, बिना एसएमएस के संचालित कम्बाइन मशीनों को सीज किया जाये, ऐसे कृषक जिनके द्वारा पराली जलाने की एक से अधिक घटनाएं घटित की हैं, उनकी तत्काल प्रभाव से शासन द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं को रोका जाए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के साथ राशन कार्ड निरस्तीकरण की कार्यवाही हो यदि पूर्व में उन्हें किसी भी योजना में लाभान्वित किया गया हो तो उनसे प्रदान की गयी धनराशि की वसूली की जाये।
श्री सिंह ने उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों से कहा कि प्रतिदिन गांव-गांव का भ्रमण कर किसानों को कृषि अवशेष न जलाने के लिए जागरूक करें, कृषकों को फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाए। उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिनों से जनपद में वायु की गुणवत्ता खराब हुई है, वायु प्रदूषण के कारण मानव जाति के साथ-साथ पशु-पक्षियों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ा रहा है। उन्होने अधिशासी अधिकारी नगर निकाय को निर्देशित करते हुए कहा कि कहीं भी कूड़ा न जलाया जाये, सफाई कर्मियों द्वारा कूड़ा जलाये जाने की घटनाएं प्रकाश में आ रही है, कूड़ा जलाने से उत्पन्न होने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण को बढ़ा रहा है, निर्माणाधीन परियोजनाएं भी वायु प्रदूषण को बढ़ने में सहायक सिद्ध हो रही है। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के अभियंताओं से कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं पर ठेकेदार से वायु प्रदूषण रोकने संबंधी सभी मानकों का पालन कराया जाए, बालू, मिट्टी आदि की धूल न उड़े इसके लिए नियमित पानी का छिड़काव कराया जाए।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारियों से कहा कि मुख्य मार्गाे पर पानी का छिड़काव करायें ताकि धूल न उड़े। उन्होने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी से कहा कि धुआं छोड़ने वाले वाहनों का संचालन किसी दशा में न हो, ऐसे वाहनों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए, मानक पूर्ण करने वाले वाहन ही संचालित हों। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, उपायुक्त मनरेगा पी.सी. राम, परियोजना निदेशक सत्येंद्र कुमार, समस्त उप जिलाधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण, कार्यदायी संस्थाओं के अभियंता, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, खनन निरीक्षक आदि उपस्थित रहे।

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