कोरोना वारियर्स रहे चिकित्सा कर्मियों को AIIMS ने नौकरी से निकाला,प्रबंधन के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी व धरना करने कर्मचारी मजबूर

न्यूजलाइन नेटवर्क , रायपुर ब्यूरो

रायपुर : AIIMS प्रबंधन की लापरवाही के चलते पिछले दस साल से सेवा दे रहे लगभग 700 आउटसोर्स कर्मचारी को नौकरी से बाहर निकालने से नाराज़ कर्मचारी के साथ अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने समर्थन देते हुवे AIIMS प्रबंधन के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करते हुए मेन गेट पर बैठ धरना दिया।

प्रदीप साहू ने बताया कि एम्स में विगत 10 वर्षों से आउटसोर्स में काम करने वाले कर्मचारियों को एम्स प्रशासन के द्वारा फार्मासिस्ट, डिस्पेंसिंग अटेंडेंट,डिसेक्शन अटेंडेंट,स्टोर कीपर कम क्लर्क हॉस्पिटल अटेंडेंट,मैकेनिक, वायरमैन,इलेक्ट्रीशियन ,जूनियर मेडिकल रिकॉर्ड ऑफिसर एवं ग्रुप सी में काम करने वाले कर्मचारियों को बाहर करने के लिए आउटसोर्स एजेंसी जिनके माध्यम से वह एम्स में विगत 10 वर्षों से कार्यरत है उनको कार्य मुक्त करने का नोटिस जारी कर दिया गया है यह सभी वही कर्मचारी है जिन्होंने कोरोना जैसी भयंकर महामारी के दौरान एम्स रायपुर में अपनी जान जोखिम में डालकर और अपनी जान की परवाह ना करते हुए लगातार अपनी सेवाएं दी ।

एम्स प्रशासन द्वारा अचानक इनका नौकरी से निकाला जा रहा है जिससे आउटसोर्स के माध्यम से काम कर रहे हैं लगभग 700 कर्मचारीयो की एवं उनके परिवार की आजीविका खत्म हो जाएगी जो बिलकुल बर्दाश्त योग्य नहीं आज गांधी वादी तरीक़े से विरोध प्रदर्शन किया गया है माँग पूरी नहीं होने पर भूखहड़ताल पर बैठ आंदोलन जारी रखा जायेंगे भले क्यो ना एम्स में लाखों लोगो की जान बचाने वालो की जान क्यों ना चले जाये।

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