संवाददाता:- विजय लववंशी, गुना
ग्राम मेरियाखेड़ी कलाँ में चल रही भव्य संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के छटवे दिवस में श्री कृष्ण रूखमणी विवाह बडे ही धूमधाम से मनाया गया प्रतिवर्ष अनुसार चल रही ग्राम मेरियाखेड़ी कलाँ में संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का वाचन आचार्य परम पूज्य गुरुदेव पं. श्री मुकेश जी पारीक ग्राम भानपुरा बीनागंज वालो के श्रीमुख से संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का सभी भक्तो को रसपान कराया जा रहा हैं।
जिसमें श्री पारीक जी ने बताया कि इस कलयुग में भवसागर से पार उतरने का सरल साधन भागवत कथा एवं भगवत भजन ही एक सार हैं। श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य श्री ने मथुरा गमन एवं उद्धव गोपी संवाद का प्रसंग बड़े ही करुण रस में सुनाया।
श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह प्रसंग में श्री पारीक जी ने बताया कि शरीर का रिश्ता संसार से जोड़ के रखना आत्मा का रिश्ता परमात्मा श्री कृष्ण से जोड़कर रखना यही मानव जीवन का सार है श्रीमद् भागवत कथा को श्रवण करने के लिए ग्राम एवं आसपास क्षेत्र से दूर से उमड़ रहा भक्तों का भव्य जन सैलाब।