एजेंसी न्यूज, हाथरस : यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। इसमें 122 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर 11 बजे हुआ।
हादसे के बाद हालात भयावह हैं। लाशों और घायलों को बस और टैंपो में सिकंदराऊ CHC और एटा जिला अस्पताल भेजा गया। CHC के बाहर शव जमीन पर इधर-उधर बिखरे पड़े थे।
एटा के CMO उमेश त्रिपाठी ने बताया- हाथरस से अब तक 27 शव लाए गए। यानी, कुल 122 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। लाशों के बीच लोग अपनों की तलाश कर रहे हैं। बदइंतजामी इस कदर है कि लाशों को ओढ़ाने के लिए चादर तक नहीं मिल रही है। जमीन पर लेटे घायल तड़प रहे हैं, लेकिन उनका इलाज करने वाला कोई नहीं था।
इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गहरी संवेदना व्यक्त की। पीड़ितों को हर संभव मदद के लिए शासन प्रशासन को निर्देशित किया गया।
CM योगी ने मुख्य सचिव मनोज सिंह और DGP प्रशांत कुमार को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। 2 मंत्रियों को भी मौके पर भेजा गया है। घटना की जांच के लिए ADG आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम बनाई है। डीएम ने बताया कि एसडीएम ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी।
हाथरस हादसे में मृतकों के परिजनों को ₹2-2 लाख तथा घायलों को ₹50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने एडीजी आगरा, कमिश्नर अलीगढ़ को घटना की 24 घंटे में जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं।