लम्बित आडिट आपत्तियों का शीघ्र निस्तारण करायें-अपर आयुक्त

स्थानीय निकायों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों पेंशन आदि देयकों का समय से भुगतान सुनिश्चित करेंः अपर आयुक्त

रिपोर्ट- डा.बीरेन्द्र सरोज आजमगढ

      आज़मगढ़ 22 नवम्बर -- अपर आयुक्त (प्रशासन) केके अवस्थी ने मण्डल के अन्तर्गत आने वाले सभी नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों के साथ ही ऐसे महाविद्यालयों जिनकी आडिट आपत्तियों विगत कई वर्षों से अनिस्तारित हैं, को निर्देश दिया है कि व्यक्तिगत ध्यान देकर लम्बित आडिट आपत्तियों का निराकरण करायें। मण्डलायुक्त मनीष चौहान के निर्देश पर मंगलवार को देर सायं आयुक्त सभागार में आडिट आपत्तियों से सम्बन्धित अनुश्रवण समिति की आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपर आयुक्त ने कहा कि स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग से जो भी आडिट आपत्तियॉं जारी की गयी हैं वह वित्तीय आपत्तियॉं हैं, इसलिए इसके निस्तारण के प्रति पूरी गंभीरता बरती जाय। उन्होंने निकाय स्तर पर लम्बित आडिट आपत्तियों की समीक्षा करते हुए कहा कि गत बैठक के उपरान्त जनपद आज़मगढ़ केवल नगर पालिका परिषद आज़मगढ़ द्वारा 410 व मुबारकपुर द्वारा 67 एवं नगर पंचायत अजमतगढ़ द्वारा 27 आपत्तियों का निस्तारण कराया गया है। इसी प्रकार जनपद मऊ की नगर पंचायत अदरी में 56, अमिला में 53, मधुबन में 20, घोसी 51, कोपागंज मंे 51, मुहम्मदाबाद गोहना में 56, वलीदपुर में 19 एवं चिरैयाकोट में 15 तथा जनपद बलिया की केवल नगर पंचायत बेल्थरारोड में 148 आपत्तियों निस्तारित हुई हैं। उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारियों को आगाह किया कि आगामी बैठक तक जितनी आपत्तियों को निस्तारित करा लिये जाने के सम्बन्ध में कहा गया है उससे कम किसी भी दशा में निस्तारण नहीं होना चाहिए। श्री अवस्थी ने महाविद्यालयों में अनिस्तारित आडिट आपत्तियों की समीक्षा में पाया कि जनपद आज़मगढ़ के 11, मऊ के 4 एवं बलिया के 11 महाविद्यालयों में बड़ी संख्या में आपत्तियॉं अनिस्तारित हैं। उन्होंने सम्बन्धित महाविद्यलयों के प्राचार्यों से कहा कि व्यक्तिगत रूचि लेकर लम्बित आडिट आपत्तियों का निस्तारण करायें, यदि निस्तारण में कहीं दिक्कत है तो उसके समाधान के लिए उप निदेशक, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा से सम्पर्क कर सकते हैं। इसी प्रकार जिला विद्यालय निरीक्षक के नियन्त्रणाधीन आजमगढ़ के 106, मऊ के 116 एवं बलिया के 79 उच्चतर माध्यमिक/इण्टर कालेजों में भी बड़ी संख्या में आडिट आपत्तियॉं लम्बित मिलीं। उन्होंने शिक्षण संस्थाओं के प्रचार्यों से कहा कि मासिक निस्तारण का एक लक्ष्य बनाकर उसका क्रमवार निस्तारण करायें।

अपर आयुक्त श्री अवस्थी ने बैठक के दौरान कहा कि स्थानीय निकायों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन, उपादान आदि देयकों का समय से निस्तारण नहीं हो पाने के कारण प्रायः विषम स्थिति उत्पन्न हो जाया करती है। इस सम्बन्ध में उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन, उपादान आदि का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने आगाह किया कि यदि किसी सेवानिवृत्त कर्मचारी के देयकों के भुगतान का प्रस्ताव विलम्ब से प्रस्तुत किया जाता है तो सम्बन्धित अधिशासी अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। बैठक में दौरान कतिपय निकायों एवं विद्यालयों द्वारा आडिट आपत्तियॉं अत्यन्त पुरानी होने के कारण उसके निस्तारण के आ रही कठिनाईयों से अवगत कराया गया, जिस पर उप निदेशक, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग श्याम सिंह ने कहा कि यदि अभिलेख उपलब्ध नहीं हैं अथवा सम्बन्धित की मृत्यु हो चुकी है तो इस आशय का प्रमाण पत्र उपलब्ध करायें ताकि उसके निस्तारण की कार्यवाही की जा सके। बैठक में सभी निकायों में अधिशासी अधिकारी, सम्बन्धित विद्यालयों के प्रचार्य एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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