अग्निवीरों के लिए एक बड़ी और सकारात्मक खबर सामने आई है, जो उनके भविष्य को लेकर एक नया रास्ता खोल सकती है। 27 सितंबर को एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने घोषणा की कि वह अग्निपथ योजना के तहत भर्ती हुए अग्निवीरों के लिए आरक्षण प्रदान करेगी। यह कदम न केवल अग्निवीरों के करियर को नए अवसर देगा बल्कि उनकी चार साल की सैन्य सेवा के बाद एक स्थिर नागरिक करियर की दिशा में भी महत्वपूर्ण होगा। ब्रह्मोस एयरोस्पेस, जो भारत और रूस का संयुक्त उपक्रम है, ने अपनी कंपनी में तकनीकी पदों पर कम से कम 15 प्रतिशत रिक्तियों को अग्निवीरों के लिए आरक्षित करने का निर्णय लिया है।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस का निर्णय और उसका महत्व:
भारत सरकार द्वारा पहले से ही अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को विभिन्न सरकारी संगठनों और सशस्त्र बलों में प्राथमिकता देने की बात की गई थी। हालांकि, किसी निजी कंपनी द्वारा इस तरह का निर्णय लेना पहली बार है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने न केवल तकनीकी पदों पर बल्कि विभिन्न अन्य भूमिकाओं में भी अग्निवीरों को विशेष प्राथमिकता देने का वादा किया है। कंपनी की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, तकनीकी रिक्तियों के साथ-साथ, आउटसोर्स किए गए कार्यों और प्रशासनिक और सुरक्षा विभागों में भी अग्निवीरों के लिए 50 प्रतिशत तक आरक्षण प्रदान किया जाएगा।
रोजगार अवसरों का विस्तार:
ब्रह्मोस एयरोस्पेस का यह निर्णय अग्निवीरों को सैन्य सेवा के बाद रोजगार के नए अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी की योजना है कि अग्निवीरों को न केवल नियमित रोजगार में शामिल किया जाए, बल्कि उन्हें आउटसोर्सिंग अनुबंधों में भी भागीदार बनाया जाए। इससे न केवल उन्हें एक स्थिर करियर की दिशा में मार्गदर्शन मिलेगा, बल्कि उनके पुनर्वास की संभावनाएं भी मजबूत होंगी। यह योजना उन्हें नागरिक करियर में भी पुनः एकीकृत करने का एक व्यापक अवसर प्रदान करती है।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के डिप्टी सीईओ की प्रतिक्रिया:
इस महत्वपूर्ण घोषणा पर ब्रह्मोस एयरोस्पेस के डिप्टी सीईओ, डॉ. संजीव कुमार जोशी ने विस्तार से बताया कि अग्निवीरों का यह स्किल सेट ब्रह्मोस की आवश्यकताओं के लिए बिलकुल उपयुक्त है। जोशी ने कहा, “अग्निवीरों ने चार साल तक सेना में सेवा की है, जिसके बाद वे अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ-साथ अपने कार्यक्षेत्र में विशेषज्ञता भी हासिल करते हैं। यह स्किल सेट वही है जिसकी हमें अपने कार्यबल में उनकी भागीदारी के लिए आवश्यकता है। अग्निपथ योजना से निकले छात्र ब्रह्मोस की तकनीकी और प्रशासनिक आवश्यकताओं के लिए बिल्कुल उपयुक्त साबित होंगे।” जोशी ने यह भी कहा कि कंपनी की नई मानव संसाधन नीति इस दिशा में अग्निवीरों के लिए कई अवसर प्रस्तुत करती है, जिससे वे न केवल कंपनी में एक स्थिर करियर बना सकते हैं, बल्कि अपने कौशल का भी बेहतर उपयोग कर सकते हैं।
अन्य क्षेत्रों में अग्निवीरों के लिए आरक्षण:
अग्निवीरों को केवल ब्रह्मोस एयरोस्पेस ही नहीं, बल्कि कई अन्य सरकारी संगठनों और सशस्त्र बलों में भी विशेष प्राथमिकता मिलती है। उदाहरण के लिए, बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल), सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल), सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल), और आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) में 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त, उनके लिए शारीरिक परीक्षण और आयु सीमा में भी विशेष छूट दी गई है, ताकि वे आसानी से इन पदों के लिए पात्र हो सकें। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपी पीएससी) की भर्तियों में भी अग्निवीरों को विशेष छूट प्रदान की गई है।
अग्निवीरों के लिए सरकार की व्यापक योजना:
सरकार की अग्निपथ योजना का उद्देश्य सशस्त्र बलों में युवा प्रतिभाओं को शामिल करना और उन्हें चार साल की सेवा के बाद विभिन्न संगठनों में पुनः स्थापित करना है। इस योजना के तहत अग्निवीरों को सेना में सेवा का अवसर मिलता है, जिसके बाद उन्हें विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों में रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं। ब्रह्मोस एयरोस्पेस का यह निर्णय इसी व्यापक योजना का हिस्सा है, जो न केवल अग्निवीरों को रोजगार के अवसर देगा, बल्कि देश के सुरक्षा और औद्योगिक क्षेत्रों में उनकी भागीदारी को भी बढ़ावा देगा।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा अग्निवीरों के लिए किए गए इस आरक्षण की घोषणा से यह स्पष्ट है कि देश में सैन्य सेवा के बाद भी अग्निवीरों को करियर में बेहतर अवसर मिल सकते हैं। इस तरह की पहलों से न केवल अग्निवीरों को एक स्थिर भविष्य मिलेगा, बल्कि भारत के रक्षा और औद्योगिक क्षेत्रों में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित होगा।