
रिपोर्टर ध्रुव शर्मा,गुरसहायगंज
अनौगी कन्नौज :
ग्राम सभा अनौगी के गाँव पचपुखरा कृषि विज्ञान केंद्र के उत्थान वैज्ञानिक डॉ अमर सिंह ने किसानो को चौपाल लगाकर आलू की खेती की पूरी जानकारी दी | और उन्होंने किसानों को बताया कि किस प्रकार से किसानो को आलू की बुवाई करनी है और क्या-क्या खादे खेतों में डाल कर आलू की बुवाई करनी है | और वही श्री सिंह ने बारिश के कारण आलू की बुवाई का समय पीछे होने के कारण उन्नतशील आलुओं को अपने खेतों में गाड़े जिस की पैदावार अधिक हो |
इन सब की जानकारी श्री सिंह ने दी और उन्होंने बताया की खेतों की जुताई हम किस प्रकार से करें और कितनी बार करें जिससे की फसल उत्तम पैदा हो | और कीटनाशक दवाइयां के बारे में भी जानकारी दी कि किस समय पर हमें फसल मे कीटनाशक दवाई का छिड़काव कितने दिन में और कौन-कौन सी दवाइयों का छिड़काव करना है जिससे की फसल को कीड़े नष्ट न कर सके |
इस प्रकार किसानों को बहुत सारी जानकारियां कृषि के बारे में भी और उन्होंने बताया कि अगर कोई समस्या हो तो इसकी जानकारी भी हमसे ले सकते हैं |
प्राप्त विवरण के अनुसार, कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा अनौगी के ग्राम पचपुखरा में आलू की उत्पादन तकनीक विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ. अमर सिंह ने बताया कि किसान आलू की अगेती फसल हेतु अगेती
प्रजातियां जैसे कुफरी ख्याति, कुफरी गरिमा, कुफरी अशोक, कुफरी सूर्या, कुफरी पुखराज इत्यादि प्रजातियां का प्रयोग करें। बताया कि किसान मुख्य फसल की प्रजातियां को अगेती फसल के रूप में प्रयोग न करें। जिससे उत्पादन प्रभावित होगा। किसान अगेती फसल के लिए आलू को
काटकर कर न बुवाई करें। तापक्रम अधिक होने की वजह से आलू के सड़ने की संभावना रहेगी।