
गणतंत्र दिवस पर सार्वजनिक मंच पर व्याख्याता शिक्षक द्वारा दिया गया था द्विअर्थी अश्लील शायरी भाषण
न्यूज़लाइन नेटवर्क, मुंगेली ब्यूरो
मुंगेली : ज्ञात हो कि विगत दिनों गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय महापर्व जिले के लोरमी ब्लाक के प्रसिद्ध शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राम्हेपुर एन, में व्याख्याता शिक्षक स्वारथलाल जायसवाल द्वारा सार्वजनिक मंच पर संचालन के समय द्विअर्थी पंक्तियों से परिपूर्ण अश्लील शायरी का पठन किया गया व विडियो वायरल किया गया था,जिस पर शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेते हुए तत्काल मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी धृतलहरे ने जांच हेतू 5 सदस्यीय टीम गठित किया।
परंतु मामला गणतंत्र दिवस समारोह से संबंधित होने के कारण प्राथमिकता देते हुए टीम के साथ स्वयं भी तत्काल मौके पर पहुंचे व टीम के सहयोग से जानकारियां जुटाई गई।
साथ ही शिक्षकों व छात्रों का बयान भी लिया गया।
पुर्व में संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग संभाग बिलासपुर ने कहा था कि चूंकि शिक्षक व्याख्याता है-तो निर्णय डीपीआई से ही लिया जाएगा जिसके चलते जिला शिक्षा अधिकारी धृतलहरे ने जांच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर राहुल देव का अनुमोदन लेते हुए संचालक, शिक्षा विभाग संचालनालय, रायपुर को आगे की कार्रवाई के लिए व्याख्याता शिक्षक को निलंबन करने कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा है।

परंतु इसी बीच जांच प्रतिवेदन भेजते ही जांच प्रतिवेदन को शिक्षा विभाग द्वारा लापरवाही पूर्वक सार्वजनिक कर दिया गया है,जो कि सोशल मीडिया के माध्यम से लीक के रूप पूरे जिले व प्रदेश के कई हिस्सों में चले जाने की भी बात सामने आ रही है।

अब ऐसे में विभाग को चाहिए होगा कि जिस जांच प्रतिवेदन में ही इस बात का उल्लेख है कि वह गोपनीय व फोटो न लेने योग्य है ऐसे में प्रतिवेदन लीक होने पर व्याख्याता शिक्षक के विरुद्ध बयान देने वाले छात्रों पर क्या बितेगी, क्योंकि शिक्षक स्वारथलाल जायसवाल अब भी स्कूल में व उन्हीं बच्चों के क्लास में जाकर पढ़ा रहा है जिन्होंने जांच टीम के सामने अपनी पीड़ा रखी है।
चूंकि पूर्व में भी उक्त शिक्षक द्वारा छात्रों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने व मनोबल तोड़ने जैसे कृत्यों की शिकायतें होने की बात भी सामने आई है तो ऐसे में छात्रों का मानसिक रूप से सुरक्षित होना खतरे में है।
अब ऐसे में शिक्षा विभाग को चाहिए कि उक्त शिक्षक अनिवार्य अवकाश प्रदान करें या संचालनालय द्वारा निर्णय लिए जाने तक , अन्य स्कूल में स्थानांतरित करें।
इस विषय पर जिला शिक्षा अधिकारी धृतलहरे से मामले में अद्यतन जानकारी लेने प्रयास किया गया परंतु दूरभाष संपर्क नहीं हो सका।