मंत्री प्रहलाद पटेल ने सरपंचों में भरा जोश- पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के बताए गुर।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने सिंगरौली में आयोजित पंच-सरपंच सम्मेलन में पौधरोपण के साथ ही जल स्रोतों का संरक्षण करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा “हमारा संकल्प पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाना है।” पंच-सरपंच सम्मेलन से पहले मंत्री प्रहलाद पटेल ने ग्राम तेंदुहा में काचन नदी के उद्गम स्थल का भ्रमण किया और पूजा अर्चना की।
सरपंच चाहे तो पंचायत की तस्वीर बदल सकता है:- सरपंच-पंच सम्मेलन में मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा पहले सरकार का बजट कम था। अब सरकार का बजट 6000 करोड़ रुपए है। पंचायतों के पास भी पर्याप्त फंड है। दूरदर्शी सोच के साथ योजना बनाकर विकास करके पंचायतें आत्मनिर्भर बन सकती हैं। सरपंच की जिम्मेदारी है कि वह कितनी दूरदर्शी सोच के साथ चलता है। ग्राम पंचायत के विकास के लिए और संसाधनों के लिए बेहतर कार्य करें। पहले ग्राम पंचायत में सरकारी स्कूल पंचायत भवन इनके ऊपर भवन निर्माण कार्य नहीं होता था लेकिन अब 37 लाख रुपए पंचायत भवन को दिए जा रहे हैं और सरपंच को बनाने की जिम्मेदारी दी जा रही है।
पंच और सरपंच पौधरोपण भी करवाएं:- मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा अगर ग्राम पंचायत के पास जमीन है और मनरेगा के माध्यम से वहां गड्ढा बनाकर पौधरोपण करना चाहते हैं तो उन्हें सरकार पूरी मदद देगी, लेकिन 3 साल पुराना पौधा ही उसमें लगाया जाए। मेड़ बांधी जाए तथा समय-समय पर पानी डाला जाए। गंगाजल अभियान का उद्देश्य जल स्रोतों को बेहतर करना और भविष्य के लिए जल संचित करना है। जल गंगा संवाद अभियान चलाया जा रहा है, इसका एकमात्र उद्देश्य है कि नदियों के उद्गम को बेहतर करें। उसके आसपास पौधरोपण करें। जल का संचय करना होगा। पानी का दुरुपयोग बंद करना होगा।

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