न्यूजलाइन नेटवर्क – चितरंगी संवाददाता – आदर्श तिवारी

चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आगामी मानसून सत्र के मद्देनज़र संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर शुक्ला ने निर्देश दिए कि वर्षा ऋतु से पूर्व नगर के नालों, नालियों एवं तालाबों की सफाई अभियान चलाकर कराई जाए, जिससे जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि ऐसे पुल-पुलियों को चिन्हित किया जाए, जो अधिक वर्षा के कारण बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं। इन स्थानों पर चेतावनी बोर्ड एवं बैरिकेटिंग की जाए, जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि 15 जून के आसपास मानसून आने की संभावना है। अतः संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सूची तैयार कर ली जाए। साथ ही जिन भवनों में आपातकालीन स्थिति में लोगों को अस्थायी रूप से ठहराया जाना है, उनकी भी पहचान कर ली जाए।
चितरंगी क्षेत्र के बाढ़ संभावित गाँवों की सूची बने:- कलेक्टर ने चितरंगी क्षेत्र के सोन नदी से प्रभावित होने वाले गांवों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। इन ग्रामों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक एवं संबंधित पटवारी के मोबाइल नंबर भी संधारित किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि आपात स्थिति में सूचना देने हेतु इन पंचायतों में लाउडस्पीकर की अनिवार्य व्यवस्था की जाए।
स्वास्थ्य सेवाएं और दवा स्टॉक रहें दुरुस्त:- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों से निपटने हेतु सभी उप-स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, सर्पदंश की दवा भी अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे।
पेयजल, बिजली और सफाई की तैयारी रहे मुकम्मल:- लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को क्लोरीन की गोलियाँ, ब्लीचिंग पाउडर के भंडारण एवं जल स्रोतों में छिड़काव की तैयारी रखने के निर्देश दिए गए ।अधीक्षण यंत्री विद्युत को वर्षा से पूर्व विद्युत लाइनों का अनुरक्षण (मेंटेनेंस) सुनिश्चित करने को कहा गया, जिससे दुर्घटनाओं से बचा जा सके। संयुक्त टीम का भ्रमण और औद्योगिक डैम की जाँच आवश्यक, पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम को संभावित प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के निर्देश दिए। साथ ही, औद्योगिक कंपनियों द्वारा निर्मित डैम का तकनीकी परीक्षण कराने एवं एनओसी प्राप्त करने की आवश्यकता जताई। यदि कोई कमी मिलती है तो उसकी तत्काल मरम्मत कराई जाए। आपदा मित्रों की सूची तैयार रखने के निर्देश, उन्होंने आपदा मित्रों एवं तैराकों की सूची मोबाइल नंबर सहित तैयार रखने का निर्देश दिया, ताकि आपातकाल में इनसे सहायता ली जा सके। साथ ही, किसी भी जर्जर शासकीय भवन की जानकारी लेकर उसे दुरुस्त कराने की कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया।
मशीनरी और संसाधन रहें तैनात:- बाढ़ के दौरान जल निकासी के लिए पर्याप्त संख्या में जेसीबी मशीनें एवं मोटर पंप की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी निर्देशित किया गया।
वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित:- बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह नागेश, अपर कलेक्टर पी.के. सेन गुप्ता, एसडीएम सृजन बर्मा, नगर निगम आयुक्त डी.के. शर्मा, तहसीलदार सविता यादव सहित आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य एवं अन्य संबंधित अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।